ऑफ पेज एसईओ क्या है और इसे कैसे करें,इसे आज हम बहुत ही आसान से शब्दों में समझने की कोशिश करेंगे तो मैं आपको बता देना चाहूंगा की ऑफ-पेज सो एक टेक्निक्स है जिसकी सहायता से आप अपनी वेबसाइट की रैंकिग को सर्कसह इंजन में रैंक करवा सकें ताकि हमारी वेबसाइट पर भी ट्रैफिक आ सके। ऑफ पेज सो में मुख्य काम बैक्लिंक्स का होता है। ऑफ-पेज सो को ऑफ -साइट सो भी कहा जाता है क्यों की इसमें हम अपनी वेबसाइट के अंदर कुछ नहीं करते हैं बल्कि जो भी करते है अपनी साइट से बाहर करते हैं मतलब की जो भी करते हैं दूसरों की वेबिस्ते में अपनी वेबसाइट के लिए काम करते हैं।
ऑफ-पेज सो तकनीक में बहुत से तरीके शामिल है जैसे की बैकलिंक्स बनाना,सर्च इंजन पर अपनी वेबसाइट सबमिट करना आदि शामिल है।
यदि आपको नहीं पता की ये बैकलिंक्स क्या होती हैं ? हम साधारण भाषा में कह सकते हैं की बैकलिंक्स एक तरह से ऑफ-पेज एसईओ का दिल होता है। बैकलिंक्स के बिना किसी वेबसाइट को सर्च इंजन में रैंक करवा पाना लगभग नामुमकिन है। ऑफ पेज एसईओ में जब बैकलिंक्स मतलब की जब लाइन बिल्डिंग की जाती है उसी की मदद से किसी वेबसाइट को SERP में अच्छे पोजीशन में स्थान मिलता है और ये हमारी बैकलिंक्स जितना ज्यादा हाई क्वालिटी की होंगी हमारी वेबसाइट की रैंकिंग उतनी ही ऊपर होगी।
“What is Quality Backlinks” आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की हाई क्वालिटी बैकलिंक्स वो होती है जो अच्छी वेबसाइट से आते हैं और हमारे कंटेंट से सम्बंधित होते हैं। क्वालिटी बैकलिंक्स के लिए यह महत्वपूर्ण है की वो Do-Follow हो और आपकी वेबसाइट से रिलेवेंट हों ,जितने अधिक Quality Backlinks होंगे उतना ही आपका ऑफ पेज एसईओ मजबूत होगा।
आपको बता दूँ की ऑफ-पेज एसईओ में बैकलिंक्स के आलावा और भी कई फैक्टर्स होते हैं जो रैंकिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आज हम इस लेख Off Page Techniques और व्हाट इज ऑफ पेज एसईओ इन हिंदी के बारे में पूरी जानकरी देंगें।
ऑफ पेज एसईओ क्या है ? | What is Off Page SEO in Digital Marketing in Hindi
ऑफ पेज एसईओ एक तकनीक है जिसके मदद से वेबसाइट के रैंकिंग को सर्च इंजन रिजल्ट पेज में बैकलिंक्स के जरिये लाते हैं और इसे इम्प्रूव करते हैं।ऑफ-पेज एसईओ को ऑफ-साइट सो भी कहते हैं,वो सभी टेक्निक्स जो अपने साइट के बाहर किसी दूसरी की साइट पर अपनी अपनी साइट के काम करते हैं और उनसे हमारे वेबसाइट की रैंकिंग सर्च इंजन रिजल्ट पेजेज में बढ़ती है , उसे हम ऑफ पेज एसईओ कहते हैं। ऑफ़ पेज सो में बैकलिंक्स का सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आप यह भी कह सकते है की ऑफ पेज एसईओ के बिना हमारी वेबसाइट का रैंक कर पाना मुश्किल है। ऑफ पेज एसईओ में जितनी ज्यादा महत्वपूर्ण बैकलिंक्स हैं उतनी ही ज्यादा महत्वपूर्ण इसके और भी फैक्टर्स हैं जिनका रैंकिंग में बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण रोल है। मुझे आशा है की आपको Off Page SEO Meaning in Hindi समझ में आ ही गया होगा और भी इसके फैक्टर्स को देखेंगे की ऑफ पेज ऑप्टिमाइजेशन में कौन से महत्वपूर्ण घटक हैं।
जानें Off Page SEO क्यों जरूरी है |Importance of Off Page SEO
आप अपने पहचान के किसी भी एसईओ एक्सपर्ट से बात करेंगे तो वो आपको यही कहेगा की वेबसाइट का एसईओ करने के लिए Off Page SEO बहुत ज्यादा जरूरी है। लेकिन आप को बता दूँ की यह बात पूरी तरह से सही नहीं है आप किसी वेबसाइट को Off Page SEO के बेस पर सर्च इंजन में रैंक नहीं करवा सकते हैं यदि आप भी अपनी साइट को SERP में अच्छी रैंकिंग में लाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ऑफ पेज एसईओ करना बहुत जरूरी है। ऑफ पेज एसईओ की डोमेन अथॉरिटी और उस पर आने वाले ट्रैफिक को भी बढ़ता है। ऑफ पेज करने से हमारी साइट को बहुत से फायदे होते हैं जैसे की –
- ऑफ पेज एसईओ किसी भी वेबसाइट की डोमेन अथॉरिटी बढाती है।
- और इससे साइट पर आने वाला ट्रैफिक बढ़ता है।
- यह हमारे पेज की ब्रांड वैल्यू को भी बढ़ाता है।
- Fast Indexing करता है।
Working process of Backlinks in Off-Page SEO
हम लोग ऑफ पेज एसईओ को ऑफ साइट एसईओ इसीलिए कहते हैं क्योंकि इस प्रोसेस में हमें अपने साइट पे काम नहीं करना होता ,इस प्रोसेस में हमें अपने साइट के अलावा दूसरे साइट से मिले हुए लिंक्स का रोल होता है।
और दो फॉलो बैकलिंक्स को सर्च इंजन एक तरह से रिकमेन्डेशन की तरह से देखता है जैसे की यदि किसी वेबसाइट से दो-फॉलो बैकलिंक्स मिल रहा है तो सर्च इंजन को लगता है की बैकलिंक्स देने वाली साइट हमारे साइट को रेकमेंड कर रही है |
यदि किसी दूसरी वेबसाइट पर हमारे वेबसाइट की लिंक है तो मतलब यदि किसी दूसरी साइट से हमारे साइट बैकलिंक्स मिल रहा है तो उस वेबसाइट से हमारे साइट तक एक लिंक Juice पास होता है जिससे हमारे वेबसाइट की अथॉरिटी बढ़ती है और वेबसाइट की रैंकिंग भी बढ़ती है। आप जितने ज्यादा क्वालिटी बैक्लिंक्स बनाएंगे आपकी वेबसाइट उतनी ही ज्यादा रैंक करेगी और वेबसाइट की अथॉरिटी भी बढ़ेगी।
Off-Page SEO कैसे करें | फैक्टर्स ऑफ़ ऑफ पेज एसईओ। Off Page SEO Activities in Hindi
ऑफ पेज एसईओ करने के बहुत से फैक्टर्स होते हैं जिन्हे हम Off Page Activities भी कहते हैं और इनको ही ऑफ पेज एसईओ के तरीके भी कहते हैं। तो चलिए जानते हैं की ऑफ पेज सो में बैकलिंक्स बनाने के कौन से तरीके हैं जिन पर हम काम करके किसी भी साइट को गूगल के फर्स्ट पेज में रैंक करवा सकें :
- Profile Creation
इसमें आप विभिन्न साइट पर जाकर अपना प्रोफाइल बनाते हैं और अपनी साइट का लिंक वहां पर सबमिट करते हैं।
- Directory Submission
डायरेक्टरी सबमिशन में हम अपनी वेबसाइट को विभिन्न वेब डायरेक्ट्रीज में सूचीबद्ध करते हैं। यह हमारी वेबसाइट की अथॉरिटी बढ़ने में और अधिक विश्वश्नीयता प्राप्त करने में मदद करता है।
- Blog Submission
ब्लॉग सबमिशन में हम अपने वेबसाइट के लिंक के साथ विभिन्न प्रकार के पोस्ट और जानकरी सबमिट करते हैं।
- Forum Submission
Forum Submission में हम विभिन्न फ़ोरम्स में अपने विचार और लिंक साझा करते हैं यह हमारे साइट को अधिक विश्वश्नीयता प्रदान करता है।
- Article Submission
Article Submission में हम एक आर्टिकल लिखते है और उसमे अपनी साइट का लिंक साझा करते हैं और विभिन्न आर्टिकल सबमिशन site पर पोस्ट को साझा करते हैं यह हमारी साइट को विश्वश्नीयता प्रदान करती है।
- Web2.0
Web2.0 Submission में हम ब्लॉग बनाते हैं और अपनी साइट का लिंक साझा करते हैं और Web2.0 की साइट सर्च करके उसमे पोस्ट करते हैं।
- Search Engine Submission
सर्च इंजन में अपनी वेबसाइट को विभिन्न सर्च इंजिन्स में सबमिट करते हैं ताकि इंडेक्स किया जा सके।
- PR Submission
PR Submission में प्रेस रिलीज़ और पर साइट्स पर अपने वेबसाइट के बारे में और अपनी साइट का लिंक देते हैं।
- Guest Posting
इसमें हम अन्य Websites पर Guest Post लिखते हैं और लिंक साझा करते हैं।
- Document Submission
Doucment Submission में हम विभिन्न डॉक्युमेंट्स साइट्स पर अपने डाक्यूमेंट्स सबमिट करते हैं और वहां पर अपने वेबसाइट का लिंक जोड़ते हैं।
- Image Submission
इमेज सबमिशन में हम अपनी वेबसाइट या फिर अपनी पोस्ट से सम्बंधित इमेज बनाते और उन्हें लिंक के साथ जोड़ते हैं, ऐसा करने से हमारे वेबसाइट की विजिबिलिटी बढ़ती है और बैकलिंक्स प्राप्त करने में मदद मिलती है।
- Link Submission
लिंक सबमिशन जैसा की इसके नाम से ही पता चलता है की अपनी वेबसाइट का लिंक विभिन्न प्लेटफॉर्म पर लिंक सबमिट करते हैं। इससे हमारे साइट की अथॉरिटी बढ़ती हैं |
- Video Submission
वीडियो सबमिशन में हम अपने वेबसाइट या पोस्ट से सम्बंधित वीडियो और रील्स बनाते हैं और कमेंट में हम अपने साइट का लिंक साझा करते हैं।
Difference between On-Page SEO and Off-Page SEO
ऑन पेज एसईओ और ऑफ पेज एसईओ दोनों ही सो के महत्वपूर्ण तत्त्व हैं लेकिन इनके कार्य और उद्देश्य दोनों अलग-अलग हैं।यहाँ हम आपको दोनों के मुख्य अंतर को समझायेंगे :
On-Page SEO
इसमें हम अपनी वेबसाइट के अंदर के कंटेंट और टेक्निकल इश्यूज शामिल किये जाते हैं। इसमें हम सो के अनुसार अपनी साइट को ऑप्टिमाइज़ करते हैं। इसमें निम्नलिखित तत्त्व शामिल किये जाते हैं जैसे की :
- कीवर्ड रिसर्च और कंटेंट ऑप्टिमाइजेशन
- मेटा टैग्स और टीले टैग को सो के अनुकूल ऑप्टिमाइज़ करना।
- हैडिंग टैग्स का उचित उपयोग।
- इमेज और वीडिओज़ का उचित ऑप्टिमाइजेशन
- यूआरएल ऑप्टिमाइजेशन
- वेबसाइट स्पीड ऑप्टिमाइजेशन
- मोबाइल फ्रेंडली बनाना।
Off-Page SEO
ऑफ पेज एसईओ में हम अपनी वेबसाइट पर काम न करके दुसरो की वेबसाइट पर अपने वेबसाइट के लिंक आदि को साझा करते है जो की वेबसाइट की रैंकिगं और प्रदर्शन को सुधरने में मदद करते हैं ,ऑफ पेज सो कहलाता है। इसमें निम्नलिखित तत्त्व शामिल है :
- Backlinks Creation
- Social Media Marketing
- Local Listing
- Brand Building & Advertisement
- Press Release & Blogging Outreach etc.
Conclusion
आजकल हर कोई डिजिटल तरीके से पैसा कमा रहा है और हर कोई चाहता है की हम भी स्मार्ट वर्क करके पैसे कमाएं। यदि आप घर बैठे काम करके पैसे कामना चाहते हैं तो डिजिटल मार्केटिंग सीखना बहुत जरूरी है,जिसमे डिजिटल मार्केटिंग में एक पार्ट है एसईओ । यदि आप सो का काम सीख लेते हैं तो आप अपनी वेबसाइट बनाकर उस पर काम करके आप पैसे कमा सकते हैं। मुझे आशा है ऑफ पेज सो इन हिंदी आपको काफी पसंद आया होगा। इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करे ताकि What is Off Page SEO के बारे में समझ सकें और अपनी वेबसाइट का एसईओ करके SERP में रैंक करवा सके।