चांद धरती से कितना दूर है| Chand dharti se kitna door hai?
हम सभी जानते हैं कि आज चांद पर पहुंचना मात्र कल्पना नहीं रह गया है। आधुनिक युग में यह संभव हो गया कि मानव आज चांद की यात्रा कर सकता है। जी हां यह विज्ञान का ही चमत्कार है कि आज धरती से चांद की दूरी को तय करना आसान हो गया है। सन् 1959 में ही चांद को देखने और उसे समझने का मिशन शुरु हो गया था और आज मानव की पहुंच चांद तक हो चुकी है। चांद धरती से कितना दूर है इसका सटीक आकलन तो लगाना नामुमकिन है।
लेकिन अंतरिक्ष वैज्ञानिक एवं शोधकर्ताओं के अनुसार धरती से चांद की दूरी का आकलन किया गया है। आज के हमारे इस लेख में हम आपको बताएंगे कि चांद धरती से कितना दूर है साथ ही साथ चांद से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी भी बताएंगे इसलिए आप हमारी इस पोस्ट को अंत तक पढ़े। आप चाहें तो google से Voice Command के जरिये पूछ सकते है: Chand dharti se kitna door hai google
Table of content
· चांद धरती से कितना दूर है? (Chand dharti se kitna door hai) · चांद का जन्म · धरती से चांद तक पहुचने में कितना समय लगता है? · चांद का आकार · चांद पर जाने वाले लोगों की सूची · चांद का आकार · चाँद धरती से कितना दूर है (FAQs) |
चांद धरती से कितना दूर है? (Chand dharti se kitna door hai)
चांद की धरती से दूरी तकरीबन 3,84,403 किलोमीटर है। यानी कि अगर आसान शब्दों में कहें तो पृथ्वी से चांद की दूरी लगभग तीन लाख चैरासी हजार चार सौ किलोमीटर है।
आपको बता दें कि चांद और धरती के बीच की दूरी हमेशा समान नहीं रहती यह बदलती रहती है क्योंकि चंद्रमा हमेंशा गतिमान है यह पृथ्वी का प्राकृतिक उपग्रह है और पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाता रहता है जिसके कारण इसकी पृथ्वी से दूरी कभी कम तो कभी ज्यादा रहती है। चंद्रमा पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह है और यह एक ऐसा उपग्रह है जिसका अपना कोई प्रकाश नहीं है यह सूर्य के प्रकाश से चमकता है और अपने अक्ष पर से पृथ्वी का चक्कर लगाता है। चंद्रमा को पृथ्वी का एक चक्कर पूरा करने में लगभग 27 दिन का समय लगता है।
चांद का जन्म (Birth of Moon)
वैज्ञानिकों तथा शोधकर्ताओं के अनुसार पृथ्वी की उत्पत्ति के बाद ही चांद का जन्म हुआ। वैज्ञानिकों के अनुसार आज से 4.50 अरब साल पहले चांद अस्तित्व में आया था, जो कि पृथ्वी और थीय (मार्स के आकार का तत्व) के बीच हुए भीषण टकराव के बाद बचे हुए अवशेषों के मलबे से बना था। चंद्रमा के होने से पृथ्वी रुकी हुई है। इसी के कारण से पृथ्वी पर सूर्य और चंद्र ग्रहण लगते हैं।
धरती से चांद तक पहुंचने में कितना समय लगता है?
चांद तक पहुचने में अधिकांश चंद्र मिशनों को लगभग तीन दिन तक का समय लगा है इसके अलावा धरती से चांद तक पहुंचने में कितना समय लगता है यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि जिस विमान से आप यात्रा कर रहे हैं उसकी गति क्या है?
पृथ्वी से चंद्रमा पर भेजे गए विमानों में सबसे कम गति वाला विमान ESA स्मार्ट-1, चंद्रमा पर एक साल एक महीने और दो सप्ताह के बाद पहुंचा था अब तक के सबसे तेज गति वाले विमान नासा न्यू होरिजन ने करीब आठ घंटे और पचपन मिनटों में पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी तय कर ली थी। यह पृथ्वी से चंद्रमा के बीच की यात्रा को तय करने वाला अब तक का सबसे कम समय है।
चांद का आकार
चांद का आकार एक क्रिकेट की बाल की तरह गोल है और इसका खुद का प्रकाश नही होता यह सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित होता है। चंद्रमा का वह भाग जो सूर्य के सामने होता है वह चमकता हुआ दिखाई देता है और बाकी के भाग में अंधेरा होता है। इसी कारणवश चंद्रमा का आकार घटता और बढ़ता रहता है।
चांद पर जाने वाले लोगों की सूची
चांद पर अब तक बारह लोग जा चुके हैं। आज से लगभग पचास साल पहले मानव जाति ने चांद पर पहला कदम रखा था जिसमे सबसे पहला नाम नील आर्मस्ट्रांग का है।
- नील आर्मस्ट्रांग
- बाज एलड्रिन
- पीट काॅनराड
- एलन बीन
- एलन शेपर्ड
- एडगर मिशेल
- डेविड स्काॅट
- जेम्स इरविन
- जाॅन यंग
- चार्ल्स ड्यूक
- हैरिसन शमिट
- जीन सर्नन
चांद की कलाओं का नाम
- अमावस्या
- वर्धमान बढ़ता चांद
- अर्ध चंद्र
- कुबड़ा बढ़ता चांद
- पूर्णिमा
- कुबड़ा घटता चांद
- अर्ध चंद्र
- वर्धमान घटता चांद
- अमावस्या
Chand dharti se kitna door hai (FAQs)
1- चांद पर कितना तापमान है?
उत्तर- ऐसा पाया गया है चांद की अलग-अलग सतहों पर अलग-अलग तापमान पाया गया है। चांद पर दिन और रात के तापमान में बड़ा अंतर होता है। दिन के तापमान की बात करें तो यह लगभग 127°C तक होता है और वहीं रात मे इसका तापमान शून्य से 183°C तक हो जाता है।
2- आकार के अनुसार चांद और सूरज में कौन बड़ा है?
उत्तर- चांद से सूरज करीब 400 गुना बड़ा है लेकिन जब हम पृथ्वी से इसे देखते है तो ये दोनों एक ही आकार के दिखाई देते हैं इसका कारण है सूरज की तुलना में चांद पृथ्वी के ज्यादा करीब है।
3- क्या चांद पर पानी है?
उत्तर- चांद का वह भाग जो छाया में रहता है, वहां पर बर्फ के रूप में पानी उपलब्ध है।
4- चांद पर भारत कब पहुंचा?
उत्तर- भारत के राकेश शर्मा ने 3 अप्रैल 1984 को चांद पर पहली बार कदम रखा था।
5- पृथ्वी का चक्कर लगाने में चाद को कितना समय लगता है?
उत्तर- पृथ्वी का चक्कर लगाने में चांद को 27 दिन 7 घंटे 43 मिनट 11.5 सेकेंड का समय लगता है। चांद को अपने अक्षीय धुरी पर पूरा एक चक्कर लगाने में 29 दिन 12 घंटे 44 मिनट 2.9 सेकेंड का समय लगता है।
6- चांद पर इंसान का वजन कितना होता है?
उत्तर- चांद पर गुरुत्ताकर्षण बल धरती से बहुत कम होता है जितना वजन पृथ्वी पर व्यक्ति का होता है चांद पर उसका 165 फीसदी कम हो जाता है।
7- चांद का नक्शा पहली बार किसने बनाया?
उत्तर- ब्रिटिश खगोल वैज्ञानिक थाॅमस हैरियट द्वारा सबसे पहले चांद का नक्शा बनाया गया था।
8- चांद के सबसे ऊंचे पर्वत का नाम और ऊंचाई क्या है?
उत्तर- हाइजन पर्वत जिसकी ऊंचाई 4700 मीटर है।
9- चंद्रमा का भार कितना है?
उत्तर- चंद्रमा का भार लगभग 7.342×1022 Kg है।
10- चांद पर जाने वाली पहली भारतीय महिला का क्या नाम था?
उत्तर- पहली भारतीय महिला कल्पना चावला थी।
11- चंद्रमा का प्रकाश पृथ्वी तक कितने समय में पहुंचता है?
उत्तर- अधिकतम 1 सेकेंड से 1.3 सेकेंड में।
12- क्या चांद पर जीवन संभव है?
चांद पर जीवन संभव नहीं है क्योंकि वहां का वातावरण हमारे अनुकूल नही है
13- धरती कितने साल पुरानी है?
उत्तर- धरती 4.5 बिलियन साल पुरानी है।
निष्कर्श
हमें उम्मीद है कि अब आपको पता चल गया होगा कि चांद धरती से कितनी दूर है। हमने इस लेख में आपको सब कुछ विस्तार से बताया है आपको हमारा आज का आर्टिकल कैसे लगा हमें कमेंट बाॅक्स में लिखें और अपने मित्रों के साथ शेयर करें।
धन्यवाद..
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